जयपुरएक घंटा पहले
जगतपुरा में पंजाब एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स से मुठभेड़ में गोली लगने से घायल रमजान खान उर्फ राज हुड्डा को रामनगरिया थाना पुलिस ने सोमवार शाम को एसएमएस अस्पताल से छुट्टी मिलने पर गिरफ्तार कर लिया। टास्क फोर्स के उपनिरीक्षक कुलवेन्द्र सिंह ने वांटेड राज हुड्डा के पैर में गोली मारी थी। गोली वांटेड के घुटने को चीरती हुई निकल गई थी। रामनगरिया थाना पुलिस पूछताछ कर रही है कि वांटेड जगतपुरा के अलावा और कहां पर रहा। राजस्थान में उसको शरण किसने दी।
पंजाब पुलिस ने कराया मामला दर्ज
पंजाब पुलिस के उपाधीक्षक ने वांटेड के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने व जानलेवा हमला करने, अवैध हथियार रखने का मामला दर्ज कराया था। उपनिरीक्षक कुलवेन्द्र सिंह ने कहा कि वांटेड राज ने पहला फायर किया, तभी गेट तोड़ा तो सामने दीवार के पास पिस्टल तानकर बैठा था। वांटेड को दूसरी गोली चलाने का मौका दे देते तो वह गोली उनके या टास्क फोर्स के किसी साथी के सिर में होती।
शरण देने वाला से हो रही पूछताछ
डीसीपी करण शर्मा ने बताया कि रामनगरिया थाना पुलिस ने जगतपुरा में शरण देने के मामले में निरूद्ध किए गए नाबालिग को किशोर को बाल सुधार गृह भेज दिया गया। वहीं उसके बड़े भाई को कोर्ट में पेश किया, जहां से दो दिन के रिमांड पर सौंपा है। पूछताछ में शरण देने वाले आरोपी ने बताया कि हनुमानगढ़ निवासी पवन कत्ली ने शनिवार सुबह फोन किया और कहा कि उसका राज नाम का परिचित है। उसकी बस छूट गई। राज को उनके पास ठहरा लेना, जो बाद में चला जाएगा। शनिवार सुबह 11 बजे राज ज्ञान विहार विश्वविद्यालय के गेट पर आ गया, जिसे घर लेकर आ गया। पुलिस ने बताया कि दोनों भाईयों को राज ने पिस्टल दिखाई। फिर भी उन्होंने पुलिस को सूचना नहीं दी। राज ने बता रखा था कि उसका रोहतक मेें जिम है और पिस्टल हिफाजत के लिए रखता है। डीसीपी शर्मा ने बताया कि पूछताछ में शरण देने वाले से पूछताछ में सामने आया कि पंजाब पुलिस उनके कमरे के बाहर पहुंची और गेट खटाखटाया। तभी अंदर से पूछा कि कौन। बाहर से जवाब आया कि पंजाब पुलिस, तभी वांटेड राज ने पिस्टल उठाकर गेट की तरफ फायर कर दिया